व्यापार

क्य आप भी हैं फ्रीलांसर? तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़िए।

बहुत से लोग फ्रीलांसिंग के ज़रिए कमाई करते हैं। परंतु उनमें से कई धोखा भी खा जाते हैं। अगर आप भी एक फ्रीलांसर हैं, तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़िए।

जो लोग फ्रीलांसिंग पर विचार कर रहे हैं या पहले से ही फ्रीलांसिंग कर रहे हैं, उन्हें इन तैयारियों पर विचार करना चाहिए, क्योंकि फ्रीलांसिंग, अपनी सहजता और सुविधा के बावजूद, कई चुनौतियों के साथ आती है। अक्सर ग्राहक समय पर भुगतान नहीं करते हैं या काम पूरा होने के बाद भुगतान ही नहीं करते हैं। कभी-कभी आपके द्वारा किए गए काम का श्रेय किसी और को दिया जाता है। ऐसी स्थितियों में, फ्रीलांसरों को शोषण महसूस हो सकता है। इसलिए फ्रीलांसरों के लिए ये सावधानियां बरतना जरूरी है।

 

पहले अनुबंध पत्र बनवाएं

किसी भी कंपनी के लिए फ्रीलांसर के रूप में काम करने से पहले, सुनिश्चित करें कि उसके पास एक अनुबंध हो। अपने कार्य, समय और भुगतान का विवरण निर्दिष्ट करें। कई बार लोग बिना किसी अनुबंध के व्यक्तियों या संगठनों से जुड़ जाते हैं और फिर बाद में भुगतान के लिए संघर्ष करते हैं। फ्रीलांसिंग में ऐसी गलतियाँ कभी नहीं करनी चाहिए। यदि आपके पास कोई अनुबंध है, तो आपको अपने द्वारा किए गए काम के पैसे के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। यदि कोई कंपनी या व्यक्ति आपको भुगतान करने से इनकार करता है, तो आप उनके खिलाफ अदालत में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसलिए, फ्रीलांसिंग करते समय एक अनुबंध अवश्य रखें।

 

अनुबंध में हों ये जानकारियां

 

1 काम क्या होगा.

कंपनी में बतौर फ्रीलांसर आपका काम क्या होगा, आप किसे रिपोर्ट करेंगे और किन लोगों की जिम्मेदारी आपके ऊपर होगी, इसका विस्तृत विवरण होना जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक फ्रीलांसर के तौर पर आप कंपनी में नहीं बैठे हुए हैं, इसलिए मेल पर आपके पास सारी जानकारी होना जरूरी है। अगर आपके काम के बारे में पूरी जानकारी अनुबंध में नहीं होगी, तो आपको काम करते वक़्त बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यह भी हो सकता है कि वो आपको ऐसा काम दे दें जिसमें आपकी विशेषज्ञता नहीं है। काम सही न होने पर हो सकता है वे आपको भुगतान ही न करें। 

 

2 पेमेंट का ज़िक्र...

 प्रोजेक्ट या समय के आधार पर भुगतान तय होता है। अगर आप लिखते हैं तो प्रति शब्द पर भुगतान होगा, ग्रैफिक डिजाइनर या अन्य पेशा है तो प्रोजेक्ट के अनुसार तय किया जाएगा। अब बात आती है भुगतान की तो कुछ कंपनियां हर सप्ताह भुगतान कर सकती हैं, कुछ महीने में, तो कुछ तीन महीनों का पैसा एक साथ देती हैं। इसलिए भुगतान किस समय, किस माध्यम से मिलेगा यह अनुबंध में जरूर शामिल करें। कई बार कंपनियां लंबे समय तक फ्रीलांसर्स की पेमेंट रोक देती हैं और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 

3 समय...

फ्रीलांस प्रोजेक्ट स्वीकार करते वक़्त आपको समय का भी खास खयाल रखना चाहिए। मसलन, जो प्रोजेक्ट आपको दिया जा रहा है उसकी डेडलाइन क्या है? आप उस समयसीमा तक उसे बेहतर तरीके से पूरा कर सकते हैं या नहीं? अगर आपके पास काम ज्यादा है तो छोटी डेडलाइन वाले प्रोजेक्ट पर काम न करें। डेडलाइन की जानकारी मेल पर ही लें।

 

छानबीन भी ज़रूरी है

            अगर आप फ्रीलांसिंग के काम में नए हैं तो आपको और सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी व्यक्ति या कंपनी से काम लेने से पहले उनकी छानबीन करें। कंपनी की स्थिति कैसी है उसके बारे में जाने।

          

            आप 50-50 नियम पर भी काम की शुरुआत कर सकते हैं। आपने उनका काम पूरा कर दिया है यह दिखाकर कुल भुगतान की आधी रकम ले लें। अंतिम यानी फाइनल काम उनके हाथ में देने के बाद बची हुई रकम लें।